लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के एलान और आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। योगी सरकार में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने मंगलवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। उनके साथ कई और विधायक सपा में शामिल होंगे।
आपको बता दें कि विधायक रोशन लाल, भगवती सागर और बृजेश प्रजापति ने भी इस्तीफा दे दिया है। अभी कुछ अन्य समर्थक विधायक भी भाजपा छोड़ कर सपा का दामन थाम सकते हैं। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे विधायक रोशन लाल को अंदर नहीं जाने दिया गया। रोशनलाल शाहजहांपुर से विधायक हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मेरी किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। मैंने सामाजिक न्याय के लिए लगातार संघर्ष किया है। आगे भी करता रहूंगा। मुझे जहां भी सामाजिक न्याय साकार होता दिखेगा, मैं वहीं रहूंगा।
अपना इस्तीफा राजभवन भेजने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने तमाम सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी जानकारी शेयर की। उन्होंने लिखा, ‘दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।’
मौर्य ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘माननीय राज्यपाल जी, राज भवन, लखनऊ, उत्तर प्रदेश। महोदय, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।’
सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा#बाइसमेंबाइसिकल pic.twitter.com/BPvSK3GEDQ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 11, 2022
रिपोर्ट: अमित सिंह