लखनऊ। राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेतृत्व से बगावत करने वाली कांग्रेस विधायक अदिति सिंह की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की याचिका खारिज कर हो गई है।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सोमवार को विधायक अदिति सिंह की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की याचिका खारिज की। इसके अलावा कांग्रेस के एक अन्य विधायक राकेश सिंह की सदस्यता रद्द करने की याचिका भी खारिज की गई है।
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विधानसभा अध्यक्ष के इस फैसले ने कांग्रेस को जोर का झटका दिया है। आपको बता दें कि सबूतों के अभाव में कांग्रेस की याचिका खारिज की गई है। रायबरेली सदर विधायक अदिति सिंह और हरचंदपुर सीट से विधायक राकेश सिंह के खिलाफ दल-बदल कानून के तहत सदस्यता खत्म करने के लिए कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा ने याचिकाएं दायर की थी।
याचिका खारिज होने के बाद अदिति सिंह और राकेश सिंह बने कांग्रेस विधायक रहेंगे। अदिति और राकेश कांग्रेस के गढ़ रायबरेली से विधायक हैं। कांग्रेस से विधायक बनने के बाद दोनों ने ही पार्टी से बगावत की थी।
वहीं, राजस्थान की सियासत में खींचतान चल रही है। लेकिन इस खींचतान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आगे निकल गए हैं। कांग्रेस विधायक दल ने सोमवार को गहलोत के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया। इसके अलावा साथ ही पार्टी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में आस्था जताई। बैठक में कांग्रेस और उसके समर्थक निर्दलीय विधायक मौजूद थे। हालांकि डिप्टी सीएम सचिन पायलट और उनके समर्थक इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
रिपोर्ट: तंजीम राणा