लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’का शुरूआत कर दी है. सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से इस अभियान की शुरुआत की। इस वर्चुअल लॉन्चिंग के मौके पर यूपी सरकार के विभागों के जुड़े मंत्री भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने मजदूरों से किया संवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभियान को लॉन्च करने के दौरान कई मजदूरों से बातचीत भी की। इस दौरान पीएम ने गोंडा की रहने वाली विनिता से संवाद किया। विनिता ने संवाद के दौरान कहा कि प्रशासन से सूचना मिलने के बाद महिलाओं के साथ समूह का गठन किया और एक नर्सरी शुरू की। अब एक साल में 6 लाख रुपये की बचत हो रही है।
इस दौरान पीएम मोदी ने बहराइच के तिलकराम से भी संवाद किया। तिलक राम खेती करते हैं। बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने किसान से कहा कि आपके पीछे बहुत बड़ा मकान बन रहा है। इस पर किसान ने जवाब देते हुए कहा कि ये आपका ही है। किसान ने कहा कि आवास योजना से हमें इसका फायदा मिला। किसान तिलकराम ने कहा कि पहले झोपड़ी में रहते थे, अब मकान बन रहा है, इससे परिवार काफी खुश है।
आज जब अन्य राज्य कोरोना से लड़ाई में जूझ रहे हैं, यूपी ने अपने विकास के लिए इतनी बड़ी योजना शुरू कर दी है।
एक प्रकार से आपदा से बने हर अवसर को यूपी साकार कर रहा है।
एक बार फिर आप सभी को, रोज़गार के इन तमाम अवसरों के लिए बहुत-बहुत बधाई: पीएम @narendramodi pic.twitter.com/5726Sb19RI
— BJP (@BJP4India) June 26, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सभी ने अपने व्यक्तिगत जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं। हमारे सामाजिक जीवन में कई कठिनाइयां आती रहती हैं। लेकिन किसी ने ये नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक साथ इतना बड़ा संकट आ जाएगा। ऐसा संकट, जिसमें लोग चाहकर भी दूसरों की मदद नहीं कर पाए।
यह भी पढ़ें: गाजियाबाद में पति-पत्नी ने लगाई फांसी, 8 माह का बेटा घर में रोता रहा अकेला
पीएम ने कहा कि कल बिहार, उत्तर प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों की जान चली गई। लेकिन ये किसी ने नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया, मानवजाति पर एक साथ एक ही तरह का इतना बड़ा संकट आ जाएगा। एक ऐसा संकट जिसमें चाहकर भी लोग दूसरों की पूरी तरह से मदद नहीं कर पा रहे हैं।
पीएम ने कहा कि आगे भी किसी को नहीं पता कि इस बीमारी से कब मुक्ति मिलेगी। इसकी एक दवाई हमें पता है। ये दवाई है दो गज की दूरी। ये दवाई है- मुंह ढकना, फेसकवर या गमछे का इस्तेमाल करना। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बनती, हम इसी दवा से इसे रोक पाएंगे।
रिपोर्ट: तंजीम राणा