लखनऊ। उन्नाव कांड के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उसके भाई मनोज समेत 25 के खिलाफ सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने एफआईआर दर्ज कर ली है। एंटी करप्शन ब्रांच ने इन सभी के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास और आपराधिक साजिश की धाराओं में केस दर्ज किया है। वहीं, केंद्र ने सरकार ने राज्य सरकार के आग्रह पर रायबरेली दुर्घटना की साजिश व हत्या का केस सीबीआई को सौंप दिया है। इसको लेकर एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।
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वहीं, पीड़िता और उसके वकील का लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। दोनों की हालत स्थिर है। पीड़िता की चाची के अंतिम संस्कार के लिए रायबरेली जेल में बंद उसके चाचा उन्नाव गंगा घाट कड़ी सुरक्षा में आए। पीड़िता के चाचा ने अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार किया। अब यूपी सरकार ने विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति न करने की सलाह दी है।
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वहीं लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने मुद्दा उठाया और केंद्रीय गृहमंत्री से बयान की मांग कर डाली। संसद के बाहर भी कांग्रेस, सपा व बसपा ने दुष्कर्म के आरोपी विधायक सेंगर को भाजपा से निष्कासित न करने पर सवाल खड़े किए। यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सफाई दी है और कहा कि विधायक सेंगर पार्टी से निलंबित हैं। स्वतंत्र देव ने कहा पार्टी किसी आरोपी को बचाने के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है।
रिपोर्ट: अमित सिंह