भोपाल। अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां आज हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित हुईं। उत्तर प्रदेश की सभी नदियों में चिता की भस्म का कलश प्रवाहित होगी।
वहीं बीजेपी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अटल कलशयात्रा निकालने की तैयारी में है। बीजेपी विधानसभा चुनाव से पहले तीनों प्रदेशों के हर गांव तक अटल स्मृति सभाएं की जाएंगी।
हालांकि पार्टी आलाकमान ने अभी फैसला नहीं लिया है।आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के लगभग सभी बड़े नेता अभी दिल्ली में ही हैं।
आज पार्टी अध्यक्ष अमित शाह खुद अस्थि परिजनों के साथ अस्थिकलश लेकर हरिद्वार पहुंचे। अब तीनों प्रदेशों में कलशयात्रा निकलाने पर चर्चा होगी।
वहीं जानकारी मिली है कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से इस बात पर होगी कि अटल कलश यात्रा मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा के साथ निकली जाए या फिर इसे अलग से निकाली जाए।
अभी जन आशीर्वाद यात्रा स्थगित है। सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में बीजेपी अटल कलशयात्रा मुख्यमंत्री की यात्रा से अलग निकालने के पक्ष में हैं।
जानकारी मिली है कि एक अस्थिकलश उनके पैतृक गांव बटेश्वर(आगरा) भी ले जाकर यमुना में प्रवाहित किया जाएगा। आपको बता दें कि इस अस्थिकलश को अटलजी के भांजे अनूप मिश्रा लेकर जाएंगे।
इसके अलावा एक अन्य कलश ग्वालियर में उनके पैतृक निवास पर रखा जाएगा। इस कलश को चंबल में प्रवाहित करने का फैसला लिया गया है।
आपको बता दें कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का निधन गुरुवार (16 अगस्त) को हुआ था। दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली थी।
वाजपेयी एम्स में पिछले 9 हफ्ते से भर्ती थे, लेकिन बुधवार को अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी।
शुक्रवार शाम को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
बेटी नमिता ने मुखाग्नि दी। इस दौरान यमुना के किनारे राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर हजारों लोग मौजूद थे।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने अटल को श्रद्धांजलि दी। भूटान नरेश, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, बांग्लादेश और नेपाल के प्रतिनिधि ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।