सतना। प्रदेश के मुखिया कमलनाथ जहां गौशाला खोलेने और गौ सरक्षण संवर्धन की बात करते हैं। लेकिन ये सब वादे तब धराशाही होते हुए नजर आ रहा हैं। जब उन्हीं के प्रदेश में गौवंश भूख से मरने को मजबूर हैं। वहीं गौ संरक्षण संबर्धन की बात करने वाले बजरंग दल के कई स्वयंसेवी संग़ठन भी मौन बैठे हुए हैं। जिले के ऊंचेहरा जनपद के पोंडी-पिथौराबाद गांव में एक खेल स्टेडियम में गांव के कुछ दबंग और आपराधिक प्रवत्ति के असामाजिक तत्वों ने 20 दिनों से पचासों गाय बैलों को स्टेडियम के अंदर ताला बंद करके रखा है। इस दौरान क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गई, इतने अधिक समय भूखे रहने से कुछ मवेशियों की स्थिति काफी नाजुक दिखाई दे रही है। जिन्हें चल पाने में भी परेशानी हो रही है। ये गौवंश चारा पानी नहीं देने से अकाल मौत का शिकार बन रहे हैं।
तहसीलदार ने आश्वासन देकर मुक्त करना मुनासिब नहीं समझा
गोवंशों और पशुओं के खिलाफ हो रही क्रूरता को रोकने के लिए कड़े कानून बने हुए हैं। जिनके सही तरीके से क्रियान्वयन से गोवंशों और पशुओं के साथ हो रही क्रूरता को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इन्ही कानून के तहत जब ग्रामीणों द्वारा तहसीलदार सहित जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया तो उन्होंने जल्द पहुंचकर मुक्त कराने का आश्वासन दिया, आश्वासन के बाद भूल गए, जबकि अमले को मौके पर पहुंच आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चहिए, ताकि दोबारा ऐसी प्रताड़ना करने से पहले हजार बार सोंचें।
रिपोर्ट: रूप कुमार हरबोल सिंह