विदिशा। अपने निजी दौरे पर विदिशा आए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मध्यप्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार को भी निशाने पर लिया। शिवराज सिंह ने सिंघार के आरोप पर कहा कि उन्हें जो कहना है कहे, जो करना है करें, जो जांच करानी है करा लें, पर पहले उन्होंने जो आरोप लगाए थे कि वो रेत बेचते हैं, वो ब्लैकमेलर हैं, दारु बिकबाते हैं उसकी जांच भी कराएं।
शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार ने मध्यप्रदेश को पूरा बर्बाद कर दिया है। सारी योजनाएं बंद कर दी हैं, किसान परेशान हैं। कांग्रेस के अंदर से ही सवाल उठ रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया सवाल उठा रहे हैं कर्जा माफ क्यों नहीं हुआ, जो वादा किया उसे निभाओ। कर्जा माफ करो, फसल चौपट हो गई किसानों को मुआवजा दो राहत दो।
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इस दौरान उन्होंने कहा कि गरीबों के बिजली के बिल बड़े-बड़े आ रहे हैं। चारों तरफ अराजतकता का राज है। तबाही का मंजर है। इस सरकार ने मध्य प्रदेश को लूट लिया। भ्रष्टाचार का बोलबाला है। पिछले साल के सोयबीन के पांच सौ रुपये नहीं दे रहे हैं। मक्के की फसल का कुछ नहीं दिया। किसानों की फसलें चौपट और बर्बाद हो गईं। सरकार ने किसानों को एक पैसा नहीं दिया। शिवराज सिंह ने कहा कि पहले किसानों और गरीबों को योजनाओं का लाभ दो। प्राकृतिक आपदा में मारे गए किसान को राहत दो।
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आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ राज्य की कमलनाथ सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। शिवराज सिंह पर 2017 में किए गए पौधरोपण अभियान में (Narmada River Planting) धांधली के आरोप लगे हैं। पूर्व सीएम शिवराज सिंह के अलावा 6 से ज्यादा अधिकारियों की भी भूमिका भी संदेह के घेरे में हैं, इनकी भी जांच की जाएगी। प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार ने शुक्रवार को ट्वीट किया और इसकी जानकारी दी। वन मंत्री सिंघार ने आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) (EOW Inquiry) को पत्र लिखकर जांच करने के निर्देश दिए हैं।
रिपोर्ट: ओपी जोशी