मध्यप्रदेश। कमलानाथ की सरकार को लगभग तीन महीने के बाद बाहर करने बाद. गुरूवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूर्ण मंत्रिमंडल कैबिनेट की सरकार बनाई. बता दें कि, 28 मंत्रियों में से ज्योतिरादित्य सिंधिया के 11 विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. इसके साथ ही सभी विधायकों ने भोपाल स्थित राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन की मौजूदी में शपथ लीं.
इस अवसर पर पूर्व मिनिस्टर गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री विजय शाह, वरिष्ठ बीजेपी विधायक जगदीश देवडा, पूर्व कांग्रेस नेता बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह, पूर्व कांग्रेस नेता एडल सिंह कसाना, बिरेंद्र प्रताप सिंह और विश्वाश सांरग ने शपथ ग्रहण कीं.
इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के विधायकों को शपथ दिलाई गई.जिन्होंने एमपी में कमलनाथ की सरकार को गिरा दिया था, जिसमें इमराती देवा, डॉ प्रभुराम चौधार, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, राज्यावर्धान सिंह, बिजेंद्र सिंह यादव, गिरीराज दंडोदिया, ओपस भदौरिया और सुरेश धाकड़ ने शिवराज के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शपथ लीं.
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गौतलब है कि, पीएम मोदी के जनता कफर्यू के ऐलान के बाद शिवराज सिहं चौहान ने मुख्यमंत्री के रूप में अकेले ने 23 मार्ज को रात को शपथ ग्रहण की थी. बाद में जब तक उन्होंने अकेले 5 मंत्री और 2 सिंधिया के वफादार को साथ लेकर 21 अप्रैल तक कार्य किया.पहले भी सरकार में मिनिस्टर्स रह चुकें, बीजेपी नताओं,और सिंधिया के समर्थकों जो कि आने वाले दिनों में उप- चुनाव में लड़ेंगे.
पिछले दिनों से दिल्ली और भोपाल में कैबिनेट में शामिल करने को लेकर माथापच्ची चल रही थी. कांग्रेस पार्टी के 20 विधायक, जिसमें से 6 मंत्रियों ने कमलनाथ सरकार से इस्तीफा दें दिया था. उसके बाद पिछले साल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे.
रिपोर्ट – तंजीम राना