30 साल पहले भी हुआ हादसा | 13 अक्तूबर 1992 को भी परवाणू केबल कार में ऐसा ही हादसा हुआ था। तब 10 यात्रियों को लेकर जा रही केबल कार 1300 फीट ऊंचाई पर फंस गई थी। एमआई-17 हेलीकॉप्टर से दो दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। कर्नल इवान जोसफ क्रेस्टो की अगुवाई में चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी को सुरक्षित उतार लिया था।
परवाणू (सोलन) | हिमाचल प्रदेश के सोलन के परवाणू में टिंबर ट्रेल रोपवे (केबल कार) में तकनीकी खराबी आने से 11 लोग 5 घंटे से ज्यादा 600 फीट ऊंचाई पर हवा में फंसे रहे। उन्हें बचाने के लिए दूसरी केबल ट्राली भेजी गई। रेस्क्यू टीम ने मुश्किल ऑपरेशन के बाद शाम करीब 4:30 बजे सभी को सुरक्षित उतार लिया। केबल कार में फंसे लोग दिल्ली से आए ये पर्यटक थे, जो होटल से परवाणू जा रहे थे।
इनमें 2 बुजुर्ग और 4 महिलाएं थीं। सोमवार सुबह करीब 11 बजे केबल कार हवा में अटक गई। करीब डेढ़ घंटे बाद रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू हो सका। इन्हें रेस्क्यू करने के लिए दूसरी केबल कार ट्राली भेजी गई। मौसम खराब होने की वजह से बचाव कार्य में दिक्कत आई। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए केबल पर ट्रॉली लगाई गई और यात्रियों को रस्सियांे की मदद से कौशल्या नदी घाटी में उतारा गया। इससे पहले फंसे पर्यटकों ने वीडियो भेजकर रेस्क्यू की मदद मांगी।