उत्तर प्रदेश। शुक्रवार को जिला गोतमबुध्दनगर के नोएडा मेट्रो रेल कॉपरेशन की ओर सेक्टर 50 एक्वा लाइन मेट्रो का नाम बदलकर ‘शी मैन’ कर दिया गया है. अब ये मेट्रो स्टेशन को ट्रांसजेंडर समुदाय को पूरी तरह से समर्पित कर दिया गया है. नोएडा मेट्रो रेल कॉपरेशन ने अपने ऑफिशियल बयान में कहा कि – ‘शी मैन’ के नाम रखने को लेकर सामूहिक रूप से फैसला लिया गया. वास्तव में इस मेट्रो स्टेशन पर ट्रांसजेंडर से संबंधित मामले को लेकर सलाह लेने के लिए कुछ गैर- सरकारी संगठन को शामिल किया गया. नोएडा ऑथोरिटी सीईओ रितु महेशवरी ने बताया कि- ट्रांसजेंडर को मेट्रो स्टेशन पर रोजगार और विशेष सुविधाएं दीं जाएगी. इसी के साथ ही सभी यात्रियों के लिए स्टेशन को भी खोला जाएगा, जबकि पिंक मेट्रो लाइन पर सिर्फ महिलाएं ही मेट्रो को संचालित करेंगी.
दरअसल, साल 2011 जनगणना के मुताबिक, 4 लाख 9 हजार ट्रांसजेंडर भारत में हैं, जिमसें 30 हजार से 35 हजार तक एनसीआर में रहे है. ट्रांसजेंडर के भागीदारी को लेकर ये काफी महत्तपूर्ण कदम उठाया गया. नोएडा के “शी मैन” मेट्रों स्टेशन पर जागरूकता और संवेदनशीलता होगी. आधिकारिक तौर पर स्टाफ संवेदनशील और उनकों ट्रांसजेंडर के बारे में ट्रेनिंग भी दीं जाएगी. इस मेट्रों स्टेशन पर चिन्ह और ट्रांसजेंडर से जुड़े मुद्दे को लेकर ऐलान भी किया जाएगा.
नोएडा मेट्रो रेल कॉपरेशन ने योजना बनाई है कि- ट्रांसजेंडर को टिकट खिड़की और अन्य पर जगहों पर नियुक्ति की जाएगी. सामाजिक कार्यकर्ता और सीईओं फॉउनटर स्पेस संगठन की अंजलि जैन ने मानना है कि- “शी मैन’ का क्या मतलब है? ये समाज में एक अपमानजनकर के तौर पर देखा जाता है, जिसकी वजह से ट्रांसजेंडर को उनकी पहचान नहीं हो पाती हैं. ट्रांसजेंडर को मैन और वॉमन के रूप में भी देखा जाता हैं. और अन्य किसी भी पहचान के लिए तैयार नहीं है. “शी मैन” एक जोक है. ये कोई पहचान नहीं है बल्कि ट्रांसजेंडर समुदाय को अपमानित किया जा रहा है.
रिपोर्ट- तंजीम राना