उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP BOARD) ने आज दोपहर 12 बजे 10वीं और 12वीं परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए है. 10 वीं में 83.31 प्रतिशत और 12 क्लास के 74.63 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं। सचिव नीना श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि- साल 1921 में स्थापित यूपी बोर्ड के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब रिजल्ट प्रयागराज की बजाय राजधानी लखनऊ से जारी किया गया। इससे पहले बसपा सरकार में 2007 में हाईस्कूल का रिजल्ट लखनऊ से ,जबकि इंटरमीडिएट का रिजल्ट (INTERMEDIATE RESULT) प्रयागराज से जारी किया गया था।
21 दिनों में 52 लाख से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन किया गया। हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस बार 10 और 12 वीं कक्षा का रिजल्ट बेहतर आया है. वहीं दूसरी ओर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ऐलान किया है कि- यूपी बोर्ड के टॉप-20 मेधावी छात्रों के घर की सड़क को उनके नाम पर बनाया जाएगा।
आपकों बता दें कि, बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से छह मार्च के बीच आयोजित की गई थी. वहीं, पिछले साल 2019 में बोर्ड परीक्षाएं सात फरवरी से दो मार्च के बीच हुई थी। तब परीक्षा के 56 दिनों के बाद 27 अप्रैल को रिजल्ट जारी कर दिए गए थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते न सिर्फ बोर्ड कॉपियों के मूल्यांकन में देरी हुई, बल्कि परीक्षा परिणाम भी 112 दिन बाद आ रहे हैं। 16 मार्च से कॉपियों का मूल्यांकन होना था। जानलेवा कोरोनावायरस की वजह से यह काम पांच मई से शुरू हो पाया था। 18 फरवरी से छह माह मार्च के बीच हुई थी परीक्षा, कुल 56,11,072 परीक्षार्थियों में से 51,30,481 परीक्षा में हुए थे शामिल पहली बार डिजिटल अंकपत्र और प्रमाणपत्र मिलेंगे, इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को मिलेगा कंपार्टमेंट में शामिल होने का मौका
99 साल में दूसरी मर्तबा लखनऊ से जारी हुआ परिणाम